कहां रहेंगे केजरीवाल बता दिया
दिल्ली के जंतर-मंतर पर जनता की अदालत में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी सवालों का जवाब देने के साथ आरएसएस पर भी बोले। केजरीवाल ने बताया कि अभी देश में श्राद्ध चल रहे हैं। ऐसे में किसी नए घर में प्रेवश करना वर्जित होता है। केजरीवाल ने आगे कहा कि श्राद्ध के बाद जैसे ही नवरात्र शुरू होंगे, मैं सीएम आवास छोड़ दूंगा आप में से ही किसी के घर आकर आपके साथ रहना शुरू कर दूंगा।आरएसएस चीफ से 5 सवाल
अरविंद केजरीवाल ने संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से भी सवाल पूछे। दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि ये आरएसएस वाले कहते हैं कि हम राष्ट्रवादी और देशभक्त है। मैं पूरे सम्मान के साथ मोहन भागवत जी से 5 सवाल करना चाहता हूं।
1. जिस तरह से मोदी जी देश भर में लालच देकर या ईडी सीबीआई की धमकी देकर डरा कर दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़ रहे हैं, पार्टियां तोड़ रहे हैं सरकारें गिरा रहे हैं, क्या ये देश के लिए सही है? क्या आप नहीं मानते कि ये भारतीय जनतंत्र के लिए हानिकारक है।
2 .देशभर में सबसे भ्रष्टाचारी नेताओं को मोदी जी ने अपनी पार्टी में शामिल करवा लिया। जिन नेताओं को कुछ दिन पहले मोदी जी ने अमित शाह ने खुद सबसे भ्रष्टाचारी बोला, कुछ दिन बाद उनको बीजेपी में शामिल कर लिया। क्या इस प्रकार की राजनीति से आप सहमत हो? क्या आपने कभी ऐसी बीजेपी की कल्पना की थी?
3. बीजेपी आरएसएस की कोख से पैदा हुई। कहा जाता है कि ये देखना आरएसएस की जिम्मेदारी है कि बीजेपी पथ भ्रष्ट ना हो। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आप आज की बीजेपी के इन कदमों से सहमत हैं, क्या आपने कभी मोदी जी को ये सब करने से रोका?
4. जेपी नड्डा जी ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है। आरएसएस बीजेपी की मां समान है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया कि मां को आंखें दिखाने लग गया? जिस बेटे को पाल पोसकर के बड़ा किया, जिस बेटे को प्रधानंमत्री बनाया, आज वो बेटा पलट कर मां को मातृ तुल्य संस्था को आंखें दिखा रहा है। मैं मोहन भागवत जी से पूछना चाहता हूं कि जब नड्डा जी ने ये कहा तो आपके दिल पर क्या गुजरी, क्या आपको दुख नहीं हुआ, मैं आरएसएस के हर कार्यकर्ता से पूछना चाहता हूं, कि क्या आपको दुख नहीं हुआ?
5. मोहन भागवत जी से कहना चाहता हूं कि आप ही लोगों ने मिलकर कानून बनाया था कि 75 साल से ऊपर के नेता रिटायर होंगे। आडवाणी, मुरली मनोहर खंडूरी, कलराज मिश्रा शांता कुमार को इसी कानून के तहत रिटायर कर दिया। अब अमित शाह कह रहे हैं कि ये नियम मोदी जी पर लागू नहीं होगा, क्या आप इससे सहमत हो, कि जो नियम आडवाणी जी पर लागू हुआ, वो मोदी जी पर लागू नहीं होना चाहिए।
‘सवाल मोहन भागवत से नहीं हर शख्स से’
अरविंद केजरीवाल ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि केवल मोहन भागवत से ही नहीं, इस देश से प्यार करने वाले हर शख्स से मैं ये सवाल करना चाहता हूं। इस पर चिंतन जरूर करना। आरएसएस के हर व्यक्ति से कहना चाहता हूं कि हो सकता है आपको अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी पसंद ना हो, लेकिन देश के खातिर इन मुद्दों पर चिंतन जरूर करना। आने वाला चुनाव केजरीवाल की अग्निपरीक्षा है। अगर मैं ईमानदार हूं तो मुझे वोट देना, अगर बेईमान हूं तो मुझे कतई वोट मत देना। ये झाड़ू अब केवल आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न नहीं है, ये देश के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है।