नई दिल्ली: चल रहे केसों के खर्चे को लेकर परिवार में विवाद हुआ, इसमें 17 साल के नाबालिग से मारपीट और सेक्सुअल असॉल्ट किया गया। वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। क्राइम ब्रांच ने आरोपी जहांगीरपुरी के पंकज उर्फ माया (37), अभिषेक उर्फ अमन (25), हरीश भाटिया (38) और आर्यन उर्फ मन्नू (22) को वृंदावन से अरेस्ट किया है। जहांगीरपुरी थाने में 17 सितंबर को बीएनएस की धाराओं और पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज हुआ था। आरोपी पंकज उर्फ माया गैंगस्टर विकास लगपुरिया से जुड़ा है, जो 2013 में उसे पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की कोशिश में अरेस्ट हो चुका है।डीसीपी (क्राइम) सतीश कुमार ने बताया कि आरोपियों के फरारी के खर्चे का इंतजाम करने के लिए वृंदावन आने की सूचना मिली। इंस्पेक्टर संदीप स्वामी की लीडरशिप में एसआई प्रदीप दहिया, पंकज सरोहा और सुखविंदर सिंह, एएसआई सुनील और प्रदीप गोदारा की टीम ने इन्हें दबोच लिया। 17 साल के पीड़ित नाबालिग ने पुलिस को बताया था कि वह 4 सितंबर की देर रात घर लौट रहा था। रास्ते में इन चारों बदमाशों ने रोक लिया। आरोपियों ने इसे घसीटा और गन पॉइंट पर जूते चटवाए और सेक्सुअल असॉल्ट किया। विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
क्या है मामला?
दरअसल आरोपी हरीश भाटिया की फैमिली ने 2019 में हुए एक झगड़े में क्रॉस फायरिंग में एक शख्स की हत्या कर दी थी। हरीश के पिता और चाचा समेत परिवार के कई लोगों को जेल जाना पड़ा था। इसके बाद चाचा और हरीश की फैमिली के बीच केस के खर्चे को लेकर झगड़े शुरू हो गए, जो सोशल मीडिया पर लाइव आकर गाली-गलौज तक पहुंचे। नौबत हत्या का प्रयास और मारपीट के केसों तक आ गई। यह मामला भी दबदबे के लिए हुआ था। पीड़ित नाबालिग दूसरे पक्ष से जुड़ा हुआ है। आरोपी पंकज पर करीब 20, हरीश पर मर्डर समेत छह और अभिषेक उर्फ अमन पर भी छह केस हैं।