पुलिस सूत्रों ने बताया कि छेनू गैंग के लिए काम करने वाले शाहबाज उर्फ शब्बू और अरबाज उर्फ शाहबाज पहले अच्छे दोस्त थे। कई केसों में मुकदमेवार भी हैं। इनके साथ एक तीसरा ‘दोस्त’ भी था, जो पहले अरबाज का खास था। इसने बाद में शब्बू से दोस्ती गांठ ली। इससे शब्बू और अरबाज में झगड़ा शुरू हुआ। दरअसल छेनू महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के केस से दिसंबर 2022 में बरी हुआ। इसे कोर्ट से फरवरी 2023 में जमानत मिली। इसके बाद अरबाज उर्फ शाहबाज रोजाना छेनू के घर बैठने लगा। यही बात शब्बू को नागवार गुजरने लगी।
वो बात जिससे लगा शब्बू को लगा बुरा
सूत्र बताते हैं कि एक दिन अरबाज को छेनू के घर बैठे देख शब्बू गाली-गलौज करने लगा। छेनू से कहने लगा कि इसे …यहां क्यों बिठा रखा है। घर में अरबाज का अपमान होते देख छेनू ने तुरंत शब्बू को फटकार लगाई। दो टूक कहा, ‘होश में बोल, पहले देख ले कहां बैठा है ये।’ इसी दिन से शब्बू ने राह अलग कर ली और वो अरबाज की जान का दुश्मन बन बैठा। इस बीच नैशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने आतंकी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर छेनू को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम एक्ट (UAPA) में 17 मई 2023 को अरेस्ट कर लिया। अब अरबाज पर खतरा मंडराने लगा।
सूत्रों का कहना है कि शब्बू ने सुहेल चप्पल के जरिए बाबा से हाथ मिला लिया। ये भी अरबाज की जान लेना चाहता था। लिहाजा 5 जून 2023 को अरबाज पर हमला हुआ और उसका भाई हमजा मारा गया। अरबाज समेत तीन जख्मी हुए। पुलिस ने जेल में बंद सुहेल चप्पल समेत सात की गिरफ्तारी डाली। अरबाज को मारने घूम रहा शब्बू जुलाई 2023 में वेलकम डबल मर्डर में अरेस्ट हो गया। दोस्ताना का अहम ‘किरदार’ भी शब्बू के साथ बंद हुआ। सुहेल चप्पल ने 9 मार्च में अरबाज का मर्डर करवाया। अब छोटा रिजवान की 13 अगस्त को हत्या करवा कर शब्बू ने छेनू को गहरी चोट पहुंचाई गई है।