दिल्ली सरकार का एकमात्र लक्ष्य क्या है?
आतिशी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल का एकमात्र लक्ष्य केजरीवाल को शीर्ष पद पर वापस लाना होगा। गहलोत ने शपथ लेने के बाद कहा, ”हमारा एक ही ‘संकल्प’ है, जो दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के माध्यम से अरविंद केजरीवाल को (मुख्यमंत्री पद पर)वापस लाना है। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हमें दिल्ली की जनता का भाई और बेटा बनकर सेवा करनी है। हमें लोगों के बीच जाने और अपने (विकास) काम को घर-घर तक ले जाने की जरूरत है।’
सीएम के रूप में वापस लाना मिशन
पर्यावरण मंत्री राय ने राय ने कहा कि अब ‘मिशन’ दिल्ली के लोगों के समर्थन से केजरीवाल को मुख्यमंत्री के रूप में वापस लाना है। उन्होंने कहा, ”अब हम सभी के सामने लक्ष्य है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में जो काम शुरू हुआ है, उसे अगले चुनाव तक नयी ऊंचाइयों तक ले जाया जाए। इसके साथ ही हम सर्दियों के दौरान बढ़ने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक टीम के रूप में काम करेंगे। हम अन्य लंबित कार्यों पर भी काम करेंगे।’
‘दिल्ली के लोग आहत’
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हुसैन ने कहा कि केजरीवाल के इस्तीफे से आप नेता, कार्यकर्ता और दिल्ली के लोग ‘आहत’ हैं। उन्होंने कहा, ”उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया गया और फिर उन्होंने खुद ही इस्तीफा दे दिया। दिल्ली की जनता इससे नाखुश है। उन्होंने चार महीने बाद अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री चुनने का फैसला किया है।’ अहलावत ने कहा कि वह मंत्री बनाए जाने के लिए फोन आने से ‘स्तब्ध’ थे। उन्होंने कहा कि वह उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी को ठीक से निभाने की कोशिश करेंगे।