फोन पर धमकी देते हुए रंगदारी मांगी
यह हाल ही में हुई एक सनसनीखेज गोलीबारी की घटना के बाद आया है। जी हां ग्रेटर कैलाश की वही घटना जिसमें नादिर शाह की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। नादिर शाह को ई ब्लॉक जीके-आई में एक जिम के बाहर मौत के घाट उतार दिया गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इन मामलों की जांच कर रही है। दोनों कॉल गैंगस्टर रोहित गोदारा ने किए गए थे। रोहित लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार के नेतृत्व वाले गिरोह का अमेरिका में स्थित ऑपरेटिव है।
कॉल के ट्रांस्क्रिप्ट में मन को झकझोरने वाली धमकियां सामने आई हैं। बिश्नोई के सहयोगी ने फोन पर अपने टार्गेट को धमकाते हुए कहा कि डीएसपी या एसपी के साथ अपनी आवाज का मिलान करें। 5 करोड़ रुपये भेजो या गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहो। पेमेंट की पुष्टि करो या हम अपने लड़कों को आपके घर पर भेज देंगे।
तेजी से बढ़ रहे जबरन वसूली के मामले
रोहित गोदारा ने यह भी चेतावनी दी कि पुलिस की मदद लेना व्यर्थ होगा। कॉल के दौरान एक व्यक्ति गोदारा को बताता है कि शायद आपको गलतफहमी हो गई है। यह गलत पहचान का मामला है। हालांकि, गोदारा अपने टार्गेट की पहचान के बारे में निश्चित लग रहा था। हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से जबरन वसूली से जुड़ी धमकियों में वृद्धि हुई है। सितंबर के पहले सप्ताह में, शाहदरा के एक उद्यमी ने एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से 10 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की मांग का कॉल आया था।
कहां है रोहित गोदारा?
अपनी शिकायत में, जैसा कि TOI ने 10 सितंबर को बताया था, पीड़ित ने कहा कि कॉल करने वाले ने खुद को रोहित गोदारा बताया और तुरंत पैसे भेजने की मांग की। उसने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वह उसके परिवार को जान से मार देगा। इन सभी मामलों में, गोदारा ही कॉल करने वाला लग रहा था। रोहित गोदारा का पिछले साल राजस्थान में करणी सेना प्रमुख सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या का में भी हाथ था। गोदारा को आखिरी बार पुर्तगाल और अजरबैजान के बीच आवाजाही करते हुए पाया गया था, लेकिन संदेह है कि वह डंकी रूट से अमेरिका भाग गया है।
पुलिस ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं
इंटरपोल ने भारत के अनुरोध के बाद पिछले साल दिसंबर में गोदारा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। कुछ वर्षों तक बिश्नोई और गोल्डी बरार गिरोह से जुड़ा गोदारा जून 2022 में देश से भाग गया था। एक अधिकारी ने कहा कि 13 जून, 2022 को, गोदारा के दिल्ली से दुबई ‘पवन कुमार’ के नाम से जारी किए गए फर्जी पासपोर्ट पर भागा था। मूल रूप से बीकानेर का रहने वाला रोहित गोदारा ने 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था और कम से कम 32 मामलों में वांछित है।
उसने हाल ही में दो राजस्थान के व्यापारियों से भी 5 करोड़ और 17 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की मांग की थी। दिल्ली पुलिस ने व्यापार समुदाय को आश्वासन दिया है कि वे इन धमकियों को गंभीरता से ले रहे हैं और अपराधियों को पकड़ने के लिए काम कर रहे हैं। शहर के व्यापारियों को सतर्क रहने और घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है।