इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम छापेमारी करने हापुड़ के पिलखुवा भी पहुंची थी, उसने सद्दीकपुरा निवासी एक आरोपी की बहन के घर पर दबिश देकर उससे भी पूछताछ की है। इस घटना के कारण इलाके के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बच्ची की मौत की खबर फैलते ही उसके रिश्तेदारों समेत सैकड़ों लोगों ने पास की सड़क को जाम कर दिया और न्याय की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की, लापरवाही का आरोप लगाया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
अर्धसैनिक बलों की भी की गई तैनाती
इलाके में व्याप्त तनाव को देखते हुए कई दुकानदारों ने अपने दुकान बंद कर दीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई। स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नेहरू विहार और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। बाद में एहतियात के तौर पर अर्धसैनिक बलों को भी बुलाया गया।
घटना के विरोध में लोगों ने दिया धरना
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाने-बुझाने तथा परिवार को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोगों के धरने पर बैठने के कारण दयालपुर इलाके में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, यात्री घंटों तक फंसे रहे। वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ा और सड़क जाम रहने के कारण कई आपातकालीन सेवाओं में भी देरी हुई।
यौन उत्पीड़न के बाद हत्या का आरोप
दरअसल, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में 9 साल की बच्ची का शव पड़ोसी के घर सूटकेस में पाया गया, जिसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया तथा यौन उत्पीड़न एवं हत्या का आरोप लगाया। लड़की का शव शनिवार शाम को मिला। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रविवार को इलाके में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया।
पुलिस को यौन उत्पीड़न का भी शक
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ऐसा लगता है कि अपराधी बच्ची को सूटकेस में डालने के बाद फरार हो गया। वहीं, दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यौन उत्पीड़न समेत सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हम मौत के कारण की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस के दल गठित किये गए हैं। हम इस मामले की अत्यंत गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
देर तक नहीं लौटी तो ढूंढना किया शुरू
नेहरू विहार निवासी बच्ची के परिवार ने बताया कि वह शाम करीब 7 बजे पास में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार को बर्फ देने गई थी। जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटी तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की। बच्ची के पिता के मुताबिक उन्होंने कई रिश्तेदारों और पड़ोसियों से संपर्क किया, लेकिन रिश्तेदार के घर जाने के बाद से किसी ने उसे नहीं देखा।
5 मिनट रुककर वहां से चली गई
बच्ची के पिता ने कहा कि वह केवल बर्फ देने गई थी, जिस रिश्तेदार के घर वह बर्फ देने गई थी उन्होंने बताया कि वह वहां लगभग 5 मिनट रुकी और चली गई, लेकिन वह घर वापस नहीं आई। हमने हर जगह ढूंढा। अंत में किसी ने बताया कि वह पास के एक घर में गई थी, जहां हमें सूटकेस में उसका शव मिला। बच्ची के पिता ने बताया कि जब वह इस पड़ोसी के घर पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। कुछ गड़बड़ होने का संदेह होने पर उन्होंने ताला तोड़ दिया और कमरे में दाखिल हुए।
डॉक्टरों ने घोषित कर दिया मृत
बच्ची के पिता ने बताया कि अपनी बेटी को उन्होंने खून से सने सूटकेस के अंदर पाया। तुरंत वह उसे नजदीकी क्लिनिक लेकर गए, लेकिन वहां के चिकित्सक ने उसे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इसके बाद वह अपनी बेटी को शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की टीम पहुंची अस्पताल
पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में रात करीब आठ बजकर 40 मिनट पर दयालपुर पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। लिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस की एक टीम नेहरू विहार की गली नंबर दो भेजी गई, जहां उन्हें पता चला कि बच्ची को उसके पिता जग प्रवेश चंद्र (जेपीसी) अस्पताल ले गए हैं।
बच्ची के चेहरे पर चोट के निशान
अस्पताल अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि लड़की को मृत घोषित कर दिया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया चिकित्सकों ने बच्ची के चेहरे पर चोटें देखीं और यौन उत्पीड़न की आशंका जताई है। घटना के बाद घटनास्थल का निरीक्षण करने और साक्ष्य एकत्र करने के लिए क्राइम सीन और फॉरेंसिक साइंसेज लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीमों को बुलाया गया।
पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज
पुलिस का कहना है कि आरोपी की पहचान करने और उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं। दयालपुर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा छह के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा कि सुराग जुटाने और आरोपियों का पता लगाने के लिए कई टीमें तैनात की गई हैं। जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है।
आरोपी अब तक घूम रहा खुलेआम
पीड़िता की मां बेहद दुखी और गहरे सदमे में है। एक पड़ोसी ने बताया कि वह रो रही थी और चिल्ला रही थी मेरी बेटी को वापस लाओ। पीड़िता के पिता ने कहा कि वह बहुत दुखी हैं। उन्होंने कहा कि हमें घटना के बारे में बहुत देर से पता चला। पुलिस रात करीब एक बजे आई और घर से सबूत इकट्ठा किए। लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है। जब तक उसे सजा नहीं मिल जाती वह चैन से नहीं बैठेंगे।