केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोगों की जीवन प्रत्याशा को कम कर रहा है। उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान में भाग लेते हुए दिल्ली के प्रदूषण को गंभीरता से लेने की बात कही।

‘दिल्ली आने से पहले जाने का टिकट ‘
नितिन गडकरी ने दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि मैं दिल्ली में दो या तीन दिन ही रहता हूं। जब आता हूं तो सोचता हूं कि कब यहां से जाना है। मैं पहले जाने का टिकट निकालता हूं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपको इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए। दिल्ली में जो प्रदूषण है, उसके कारण आम आदमी का जीवन कम होता जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के चार लैंडफिल साइट से लगभग 80 लाख टन कचरे का उपयोग हाईवे निर्माण के लिए किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि हमने गाजीपुर लैंडफिल की ऊंचाई 7 मीटर कम कर दी है।
अभी कार्रवाई नहीं तो उठाना होगा जोखिम
गडकरी ने बताया कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत लगाए गए सभी पौधों को ई-टैग किया जाएगा। इससे पेड़ों की देखभाल अच्छे से हो सकेगी। उन्होंने कहा कि यह हमें पौधे के उचित विकास को सुनिश्चित करने में मदद करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है। अगर हमने अभी कार्रवाई नहीं की, तो हम नोएडा जैसी जगहों पर मौजूद प्राकृतिक जीवन को खोने का जोखिम उठाते हैं। इसे बचाना हमारा काम है।