इस बार सितंबर महीने में ही हवा खराब होने की कगार पर पहुंच रही है। आमतौर पर प्रदूषण 15 अक्टूबर से बढ़ना शुरू करता है, लेकिन इस बार प्रदूषण अभी से खराब के करीब पहुंच गया है। एक्सपर्ट के अनुसार, GRAP इस बार भी प्रदूषण खराब होने के पूर्वानुमान के साथ ही लागू किया जाएगा। वहीं नवरात्र से ही दिवाली की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

23 साल में सबसे जल्दी विदा हुआ मॉनसून
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की डीजी सुनीता नारायण के अनुसार, इस बार मॉनसून राजधानी से काफी पहले विदा हो गया है। सितंबर के मध्य से ही बारिश नहीं हो रही है। इसकी वजह से हवाओं का रुख बदलने लगा है। मॉनसून की विदाई के साथ इस बार पराली जलाने के मामले भी जल्दी शुरू हो गए हैं। इन सब का असर सितंबर में ही दिखने लगा है। 23 साल बाद मॉनसून इतनी जल्दी विदा हुआ है। इस साल यह 24 सितंबर को विदा हो गया। इससे पूर्व यह 19 सितंबर 2002 को राजधानी से विदा हुआ था। शुष्क मौसम, हवाओं की दिशा में परिवर्तन की वजह से प्रदूषण भी बढ़ रहा है।
दशहरे का जल्दी आगमन
एनवायरोकेटालिस्ट के फाउंडर सुनील दहिया ने बताया कि नवरात्र और दशहरा समय से काफी पहले आ गए हैं। इस बार दशहरा अक्टूबर की शुरुआत में ही आ रहा है। दशहरे से पहले नवरात्र और जीएसटी रिफॉर्म की वजह से मार्केट तेज हो चुके हैं। लिहाजा बारिश नहीं है और भीड़ काफी अधिक है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम बढ़ चुका है। गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ, उड़ती धूल और तेज धूप की वजह से ओजोन और गैस के प्रदूषण मिलकर प्रदूषण बढ़ा रहे है। इसलिए इस साल प्रदूषण का सीजन लंबे समय तक परेशान कर सकता है।
GRAP आएगा अपने समय पर
एक्सपर्ट के अनुसार, GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) इस बार भी प्रदूषण खराब होने के पूर्वानुमान के साथ ही लागू किया जाएगा। वहीं नवरात्र से ही दिवाली की तैयारियां शुरू हो गई है। नवरात्र के चलते घरो में पेंटिंग और रिनोवेशन के काम शुरू हो गए है। घरों की साफ सफाई कर लोग उसका कूड़ा इधर उधर डाल रहे है। टाइल्स का काम चल रहा है। कई प्रोजेक्ट्स शुरू हुए है। निर्माण कार्य इस समय कई जगहों पर जोरों पर है। ऐसा मॉनसून के जल्दी जाने और फेस्टिव सीजन के जल्दी आ जाने की वजह से हो रहा है। काफी समय बाद त्यौहारों की तैयारियों के लिए बिना GRAP का सीजन मिला है। जिससे व्यापारियों और लोगों में काफी उत्साह भी है। इसकी वजह से धूल जरूरत से अधिक तेजी से बढ़ रही है।
