मोहन गार्डन में एक कांस्टेबल ने जान की परवाह किए बिना जलते सिलेंडर को घर से बाहर निकालकर एक बड़े हादसे को टाल दिया। 20 दिसंबर की रात हुई इस घटना में, कांस्टेबल अनिल ने सूझबूझ दिखाते हुए 16 परिवारों की जान बचाई। फायर ब्रिगेड के आने से पहले ही उन्होंने आग पर काबू पा लिया।

डीसीपी द्वारका ने दी जानकारी
डीसीपी द्वारका अंकित सिंह ने आज जानकारी देते हुए बताया कि यह हादसा 20 दिसंबर रात 9:30 बजे के बाद की है। जब पुलिस को कॉल मिली थी की मकान के अंदर सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग लग गई है। SHO मुकेश अंटील की देखरेख में बीट कांस्टेबल अनिल मौके पर पहुंचे। देखा वहां चार मंजिल के बिल्डिंग के एक फ्लोर पर किचन में रखा हुआ गैस सिलेंडर जल रहा था।
कॉन्स्टेबल ने ऐसे बचाई 16 लोगों की जान
कॉन्स्टेबल ने बिना देर किए किचन के अंदर से जलते हुए गैस सिलेंडर को बाहर निकालकर उसको सीढ़ी तक लेकर आ गया और उसे बुझाने में कामयाब रहा। पुलिस के अनुसार उस बिल्डिंग में 16 परिवार रहते हैं, जो अचानक निकल नहीं पाए थे।
जिस तरीके से सिलेंडर में आग लग गई थी, लोगों में हादसे को लेकर डर था। बड़ा हादसा होने का अंदेशा था, लेकिन बीट कॉन्स्टेबल ने बहादुरी से उस सिलेंडर की आग को बुझा दिया। और फायर ब्रिगेड की टीम के आने से पहले आग पर काबू पा लिया गया।
