‘जनता ने केजरीवाल को हटाने का मन बना लिया था’
नई दिल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रहे संदीप दीक्षित ने कहा, ‘दिल्ली की जनता ने किसी को नहीं हराया है, बल्कि अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाया है। अगर हम (आप और कांग्रेस) मिलकर चुनाव लड़ते तो नतीजे और भी बुरे होते। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को हटाने का मन बना लिया था। अगर 10 पार्टियां भी उनके साथ गठबंधन कर लेतीं तो भी वह हार जाते।’
नई दिल्ली सीट पर हारे केजरीवाल
नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों से से हराया। इस सीट से कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा था। चुनाव आयोग के मुताबिक, प्रवेश वर्मा को 30,088 जबकि केजरीवाल को 25,999 वोट मिले हैं। प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को 4089 मतों से शिकस्त दी है। वहीं संदीप दीक्षित को लगभग उतने ही वोट मिले जितने से केजरीवाल हारे। दीक्षित को 4568 वोट मिले।
कई सीटों पर कांग्रेस ने पलटा हार-जीत का खेल
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 14 ऐसी सीटें थीं, जहां कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की हार और जीत का खेल ही बदल दिया। इन सीटों पर आम आदमी पार्टी की हार का अंतर कांग्रेस को मिले वोटों से कम है। यानी अगर आंकड़ों पर जाएं तो आप और कांग्रेस में गठबंधन होता तो दिल्ली में दोनों पार्टियों की गठबंधन की सीटें 37 हो सकती थीं, जो बहुमत से एक सीट ज्यादा है। हालांकि गठबंधन होने पर स्थानीय स्तर पर चुनावी मुद्दे बदल जाते हैं।