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हल्के बादल दिखते ही कानपुर से पानी बरसाने उड़ पड़ा एयरक्राफ्ट, दिल्ली में कृत्रिम बारिश का पहला ट्रायल – Delhi News Daily

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Last updated: October 24, 2025 3:31 am
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दिल्ली में कृत्रिम बारिश की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। कानपुर से एक एयरक्राफ्ट ने ट्रायल के लिए उड़ान भरी। बादलों में नमक युक्त केमिकल छोड़ा गया। मौसम विभाग के अनुसार, 26 से 28 अक्टूबर के बीच कृत्रिम बारिश का पहला पूर्ण ट्रायल हो सकता है।

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नई दिल्ली: राजधानी में कृत्रिम बारिश की दिशा में गुरुवार को एक अहम कदम उठाया गया। पहली बार कानपुर से एयरक्राफ्ट ने उड़ान भरकर दिल्ली की ओर रुख किया। यह एक प्रारंभिक ट्रायल था, जिसका उद्देश्य मशीनरी और प्रक्रियाओं की जांच करना था। आईआईटी कानपुर के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली में हल्के बादल मौजूद थे। हालांकि बारिश के लिए जरूरी नमी की मात्रा बेहद कम थी, इसलिए बारिश की संभावना पहले से ही कम आंकी गई थी। इसके बावजूद ट्रायल के दौरान बादलों में नमक युक्त केमिकल छोड़ा गया।

मौसम विभाग के मुताबिक, इस समय एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय है, लेकिन इसका राजधानी पर खास असर नहीं पड़ेगा। बारिश की संभावना नहीं है, हालांकि 26 से 28 अक्टूबर के बीच आंशिक बादल छाए रह सकते हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि यदि बादल पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं और हवा में नमी रहती है, तो कृत्रिम बारिश का पहला पूर्ण ट्रायल इसी दौरान किया जा सकता है। आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली में हल्के बादल थे, इसी वजह से कानपुर से एयरक्राफ्ट को उड़ाया गया। यह पहला ट्रायल नहीं था, लेकिन प्रक्रिया की जांच के लिए इसे प्रारंभिक रूप में अंजाम दिया गया।

इस प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, क्लाउड सीडिंग के लिए सेसना एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया, जो फिलहाल मेरठ में है। अगले तीन से चार दिनों में, अगर बादलों की स्थिति अनुकूल रही, तो क्लाउड सीडिंग की प्रक्रिया को कभी भी पूरा किया जा सकता है। कृत्रिम बारिश के लिए पाइरोटेक्निक नामक विशेष तकनीक का उपयोग किया जाएगा। एयरक्राफ्ट के दोनों पंखों के नीचे आठ से दस पॉकेट (पाइरोटेक्निक फ्लेयर्स) लगाए गए हैं। इन पॉकेट्स में मौजूद केमिकल युक्त सॉल्ट को बटन दबाकर बादलों में छोड़ा जाएगा। फ्लेयर्स बादलों के साथ रिएक्ट कर कंडेनसेशन को बढ़ाती हैं, जिससे बारिश की संभावना बनती है।

अशोक उपाध्याय

लेखक के बारे मेंअशोक उपाध्यायअशोक उपाध्याय, नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में सीनियर ड‍िज‍िटल कंटेंट प्रोड्यूसर हैं। पत्रकारिता में 10 साल का अनुभव। साल 2014 में नवभारत टाइम्स हिंदी अखबार से पत्रकारिता के सफर की शुरुआत की थी। पॉलिटिक्स, खेल, क्राइम बीट पर रिपोर्टिंग में महारत। अमर उजाला देहरादून में भी सेंट्रल डेस्क पर काम किया है। साथ ही कई चुनावों में ग्राउंड रिपोर्टिंग की है। पिछले पांच साल से NBT डिजिटल में न्यूज डेस्क पर काम कर रहे हैं। गूगल ट्रेंड्स को पकड़ने और एआई टूल्स के इस्तेमाल की अच्छी समझ है। JIMMC नोएडा से पत्रकारिता की पढ़ाई की है।… और पढ़ें