दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यूईआर-2 के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया, इसे ‘विकसित दिल्ली’ के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण बताया। इस परियोजना से दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या कम होगी और एनसीआर से कनेक्टिविटी बेहतर होगी। सिंघु बॉर्डर से हवाई अड्डे तक का यात्रा समय घटकर केवल 40 मिनट रह जाएगा।

बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और स्थानीय सांसद योगेंद्र चंदोलिया के साथ मुख्यमंत्री गुप्ता ने रोहिणी सेक्टर-37 में स्थित यूईआर-2 के उद्घाटन के लिए स्थल का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को यूईआर-2 का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना को शहर के लिए एक ‘ऐतिहासिक उपहार’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यूईआर-2 के उद्घाटन से न केवल दिल्ली यातायात जाम मुक्त राजधानी बनने के करीब पहुंच जाएगी, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।
ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा छुटकारा
उन्होंने कहा, ‘‘यूईआर-2 केवल एक बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं है, बल्कि यह दिल्ली के भविष्य में एक निवेश है। इससे यातायात प्रवाह में सुधार होगा, यात्रा का समय काफी कम होगा और दिल्ली व एनसीआर में रहने वाले लाखों लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।’’ यह गलियारा राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (अलीपुर) से शुरू होकर मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़ और द्वारका से होते हुए महिपालपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर समाप्त होगा।
गुप्ता ने इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सड़क मार्ग का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इससे सिंघु बॉर्डर से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक यात्रा का समय कम हो जाएगा। पहले लगभग दो घंटे लगते थे, लेकिन अब यह दूरी तय करने में केवल 40 मिनट लगेंगे।
आउटर रिंग रोड का लोड होगा कम
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इससे आंतरिक और बाहरी रिंग रोड पर दबाव काफी कम हो जाएगा, साथ ही मुकरबा चौक, मधुबन चौक, पीरागढ़ी चौक, धौला कुआं और राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-9 जैसे प्रमुख जंक्शनों पर अब भारी भीड़भाड़ नहीं रहेगी। इससे लाखों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।’’
