दिल्ली का मुखर्जी नगर क्षेत्र इन दिनों टूटी सड़कों और जर्जर पार्कों की मार झेल रहा है। इलाके की प्रमुख गलियों और संपर्क मार्गों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। बारिश के दिनों में यह परेशानी और बढ़ जाती है, क्योंकि जगह-जगह जलभराव हो जाता है और गड्ढों से भरी सड़कें दुर्घटनाओं को न्योता देती हैं।
स्थानीय निवासी सुनीता शर्मा का कहना है, “हम रोजाना बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते हैं, लेकिन टूटी सड़कों और कीचड़ से भरे रास्तों पर चलना बेहद कठिन हो गया है। कोई हमारी सुनवाई नहीं करता।”एक अन्य निवासी राजीव गुप्ता ने कहा, “हमारे क्षेत्र से सांसद, विधायक और पार्षद तीनों चुने गए हैं, लेकिन यहां की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देता। आखिर जनता किसके पास जाए?”
पार्कों की हालत भी बेहद दयनीय है। झूले टूटे पड़े हैं, घास की देखभाल नहीं हो रही और सफाई व्यवस्था भी लचर है। बुजुर्गों का कहना है कि पार्कों में न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही सुरक्षित माहौल।
क्षेत्रवासियों ने निगम और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत और पार्कों के रखरखाव का काम शुरू किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके और क्षेत्र की सूरत बदले।


