

एक अन्य निवासी राजीव गुप्ता ने कहा, “हमारे क्षेत्र से सांसद, विधायक और पार्षद तीनों चुने गए हैं, लेकिन यहां की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देता। आखिर जनता किसके पास जाए?”
पार्कों की हालत भी बेहद दयनीय है। झूले टूटे पड़े हैं, घास की देखभाल नहीं हो रही और सफाई व्यवस्था भी लचर है। बुजुर्गों का कहना है कि पार्कों में न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही सुरक्षित माहौल।
क्षेत्रवासियों ने निगम और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत और पार्कों के रखरखाव का काम शुरू किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके और क्षेत्र की सूरत बदले।