दिल्ली के धौला कुआं इलाके में एक दर्दनाक बीएमडब्ल्यू हादसे में वित्त मंत्रालय के उप सचिव नवजोत सिंह की मौत हो गई। उनकी पत्नी संदीप कौर गंभीर रूप से घायल हैं। आरोप है कि आरोपी महिला गगनप्रीत उन्हें दूर के अस्पताल ले गई, जिसके चलते नवजोत को बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने गगनप्रीत को गिरफ्तार कर लिया है।

रविवार 14 सितंबर का दिन नवजोत सिंह के परिवार के लिए भूचाल बनकर आया है। उस सुबह वह और उनका परिवार काफी खुश था। 21 वर्षीय बेटे की हाल में नौकरी लगी थी, वह अपने पैसे से पिता को घड़ी, माता को झुमके देना चाहता था। लेकिन इन सबसे के पहले ही उसके सिर से हमेशा के लिए पिता का हाथ हट गया। मां का बुरा हाल है।
कांपते हांथों से कहा अलविदा
नवजोत सिंह के अंतिम संस्कार से पहले पत्नी के बगल में उनका शव स्ट्रेचर पर ले जाया गया। गंभीर रूप से घायल संदीप की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे। दूसरे स्ट्रेचर पर लेटी संदीप ने कांपते हाथों से पति के सिर को छूकर अलविदा कहा। यह मंजर देख वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गईं।
14 सिंतबर की सुबह वित्त मंत्रालय के अधिकारी नवजोत सिंह अपनी पत्नी संदीप कौर बाईक पर सवार हो बंगला साहिब गुरुद्वारा गए थे। इसके बाद उन्होंने कर्नाटक भवन में डोसा खाया। इसके बाद वह दिल्ली के सीधे प्रताप नगर स्थित अपने घर के लिए निकले। तभी दिल्ली कैंटोनमेंट मेट्रो स्टेशन के पास एक BMW X5 कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। नवजोत के सिर और चेहरे पर चोटें आईं। संदीप को कई फ्रैक्चर हुए।
19 KM दूर अस्पताल में ले जाया गया
BMW कार चला रही आरोपी महिला गगनप्रीत उन्हें जीटीबी नगर के एक अस्पताल ले गई, जो कि दुर्घटना स्थल से 19 किलोमीटर दूर था। वहां पहुंचने में करीब 40 मिनट लगे। डॉक्टरों ने जांच के बाद नवजोत को मृत घोषित कर दिया। जबकि संदीप को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आरोपी गगनप्रीत और उसके पति पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से गाड़ी चलाने और सबूत छिपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं एनडीटीवी के सूत्रों के अनुसार, वह अस्पताल जहां पर नवजोत को ले जाया गया था वह आरोपी महिला के पिता का है। पुलिस ने गगनप्रीत को गिरफ्तार कर दिया है और वह न्यायिक हिरासत में है।
पीड़िता ने लगाए आरोप
पुलिस को दिए अपने बयान में, नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने कहा, मैं उनसे लगातार विनती कर रही थी कि वे हमें नज़दीकी अस्पताल ले जाएं क्योंकि मेरे पति बेहोश थे और उन्हें तुरंत इलाज की ज़रूरत थी। लेकिन इसके बजाय, वह महिला हमें जीटीबी नगर के एक छोटे से अस्पताल ले गई। उस महिला ने मुझे अपना नाम गगन प्रीत कौर बताया।
कैसे हुआ BMW हादसा?
उन्होंने कहा, जब हम दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचे, तो एक नीली बीएमडब्ल्यू कार तेज रफ्तार से पीछे से आई और मेरे पति की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। मेरे पति सड़क पर गिर गए और उन्हें गंभीर चोटें आईं तथा उनके सिर, मुंह और पैरों में कई जगह फ्रैक्चर हो गया। दुर्घटना में मेरे सिर और पैरों में भी चोटें आईं तथा कई ‘फ्रैक्चर’ हो गए। कुछ देर बाद, मैं भी बेहोश हो गई।
नवजोत और संदीप कौर को अस्पताल पहुंचाने वाले वैन चालक मोहम्मद गुलफाम ने भी ऐसा ही दावा किया है। गुलफाम ने कहा, दुर्घटना होने के तुरंत बाद कई लोग घटनास्थल का वीडियो बना रहे थे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। मैं एक माल ढुलाई वाहन चला रहा था। वहां रूका। और जब कार में सवार पुरुष और महिला ने मुझे उन्हें आजादपुर स्थित एक अस्पताल ले जाने के लिए कहा, तो मैंने घायलों को आजादपुर स्थित एक अस्पताल पहुंचाया।
उन्होंने बताया, उनकी हालत गंभीर थी। मैंने एम्बुलेंस का इंतजार नहीं किया। कुछ लोगों की मदद से मैं उन सभी को आजादपुर स्थित एक अस्पताल ले गया। करीब 20 से 25 मिनट बाद डॉक्टर ने नवजोत सिंह को मृत घोषित कर दिया।
जान बचाने की कोशिश की लेकिन…
गुलफाम ने बताया कि सिंह की पत्नी ने अपनी चोटों के बावजूद उन्हें अपने घर का पता दिया। उन्होंने कहा, वह भी गंभीर रूप से घायल थीं। उन्होंने मुझे पता दिया था, इसलिए मैं उनके परिवार से मिलने यहां आया। मैंने उन सभी की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन यह नहीं हो सका। पुलिस गुलफाम का बयान दर्ज करने के लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारी के घर गई।
