Delhi Crime: दिल्ली के वजीराबाद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक महिला ट्यूटर और उसके दो साथियों को CBI अधिकारी बनकर अपने रिश्तेदार को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बताया करावल नगर निवासी आरोपी महिला (22 वर्षीय महिला) ने अपने दूर के रिश्तेदार इसरत जमील के घर को निशाना बनाया। इसमें उसके दो साथी केशव प्रसाद (28) और विवेक सिंह (20) ने साथ दिया। तीनों ने खुद को ओखला ब्रांच का CBI अधिकारी बताकर रिश्तेदार के घर की तलाशी ली।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को ऐसे दबोचा
पुलिस ने बताया कि इन तीनों को 18 जुलाई को गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिला और केशव प्रसाद को मसूरी से पकड़ा गया। उनकी निशानदेही पर विवेक सिंह को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। वजीराबाद पुलिस ने इन पर धोखाधड़ी और चोरी के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, इन ठगों ने इसरत जमील के परिवार को बताया कि उनके पास तलाशी वारंट है। जब परिवार के सदस्यों ने FIR और तलाशी वारंट की कॉपी मांगी, तो आरोपियों ने उन्हें डांटा और बुरा-भला कहा।
पूरे कॉन्फिडेंस से घर में मारी रेड
- दिल्ली के उत्तरी जिले के डीसीपीराजा बांठिया ने बताया कि ठगों में से एक, जिसने सफेद शर्ट और काली पतलून पहनी थी, ने खुद को सुनील दुबे बताया। उसने परिवार के सदस्यों को कमरे के एक कोने में बैठने का आदेश दिया, जबकि बाकी दो ने घर की तलाशी ली।
- DCP बांठिया ने बताया कि बाकी दो लोगों ने घर की तलाशी शुरू कर दी। उन्होंने अलमारी का ताला तोड़ा और सोने और चांदी के गहने और 3 लाख रुपये निकाल लिए।
- पुलिस ने बताया कि घर से निकलने से पहले, इसरत जमील ने उनसे गहनों और नकदी की जब्ती रसीदमांगी। उन्होंने यह भी पूछा कि इन चीजों को वापस पाने की प्रक्रिया क्या है।
- पुलिस के अनुसार, ठगों ने शिकायतकर्ता इसरत जमील की बेटी की नोटबुक पर नकली नाम से एक नोट लिखा और गहने और नकदी लेकर भाग गए।
शक होने पर पुलिस को किया फोन
DCP ने कहा कि इसरत जमील को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस के आने से पहले ही ठग भाग चुके थे। DCP बांठिया ने बताया कि लूटे गए रुपयों में से 1.75 लाख रुपये, 29 सोने/चांदी के गहने, अपराध में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और अपराध के समय आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़े बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान ठगों ने बताया कि घटना के बाद वे हरिद्वार गए और फिर मसूरी गए। वे लगातार अपनी जगह बदलते रहे ताकि पुलिस से बच सकें। DCP ने कहा, ‘ठगों ने कुछ पैसे अपनी मौज-मस्ती पर खर्च कर दिए।’
जानें ठगों के प्रोफाइल
पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि केशव प्रसाद हरिद्वार में फूड सप्लीमेंट की दुकान चलाता है। विवेक सिंह बेरोजगार है और उसने ओपन स्कूल में दाखिला लिया है। पुलिस ने बताया कि महिला ग्रेजुएट है और उत्तरी दिल्ली के करावल नगर में स्कूल के बच्चों को प्राइवेट ट्यूशन देती है। इस घटना ने लोगों को चौंका दिया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे ठगों से सावधान रहें। किसी भी अनजान व्यक्ति पर तुरंत भरोसा न करें। अगर कोई खुद को CBI अधिकारी बताता है, तो उससे पहचान पत्र जरूर मांगें। अगर आपको किसी पर शक हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।