दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो खुद को फ़र्ज़ी प्रोड्यूसर और डायरेक्टर बताकर लोगों को टीवी सीरियल और वेब सीरीज में काम दिलाने का लालच देकर ठगी करते थे।

पुलिस को कई सामान हुए बरामद
पुलिस टीम ने इनके पास से 7 मोबाइल, 10 सिम, 15 बैंक अकाउंट, 8 एटीएम कार्ड और गोल्ड की जूलरी भी बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार इनकी तलाश जम्मू कश्मीर में दर्ज मामले में भी पुलिस को थी। इनके पकड़े जाने से दिल्ली और जम्मू कश्मीर के तीन मामलों का खुलासा किया गया है।
आरोपियों तक पहुंचने में हुई काफी मशक्कत
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि SHO साइबर प्रवेश कौशिक की देखरेख में सब इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल अशोक, बाबूलाल, जयप्रकाश और कांस्टेबल जीतू राम की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से मामले की छानबीन करके इन दोनों आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हुई। इसके लिए पुलिस ने दिल्ली में कई जगह रेड की और फिर कर्नाटक में जाकर वहां पर रेड किया। दोनों आरोपियों को वहां एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया।
ये लोग बंटी-बबली फिल्म देखकर इंस्पायर हुए थे
पूछताछ में पता चला कि यह लोग बंटी बबली फिल्म से इंस्पायर होकर शॉर्टकट से पैसा कमाने के लिए लोगों को टारगेट करने का प्लान शुरू किया था, फिर वारदात को अंजाम देने लगे। जिस मामले में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया है, उस मामले में इन्होंने 24 लाख रुपए की चीटिंग की थी। अभी तक इस तरह के 20 मामलों के बारे में पुलिस को पता चला है।
डाबड़ी के रघु नगर की रहने वाली एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी, की उसकी नाबालिग बेटी एक्टिंग और मॉडलिंग में डिप्लोमा कर रही है। इंटर्न करने के लिए उसने सर्च करना शुरू किया जिससे कि किसी सीरियल इत्यादि में काम मिल सके। उसी के दौरान पीयूष शर्मा नाम के शख्स ने संपर्क किया जिसने अपने आपको डायरेक्टर बताया। फिर डिटेल मंगवाकर एक नंबर दिया की उससे संपर्क करने के लिए मशहूर प्रोड्यूसर हैं। अच्छा काम दिलाने का भरोसा देकर 24 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। उसके बाद पीड़ित महिला का नंबर और अन्य कॉन्टेक्ट नंबर को ब्लॉक कर दिया। फिर इस मामले की शिकायत पुलिस में की गई।
