दिल्ली में कोरोना के बढ़ रहे मामले को देखते हुए अस्पतालों में कोरोना की जांच भी बढ़ा दी गई है। सीवियर जुकाम, बुखार या फिर कोई दूसरी बीमारी के चलते भर्ती होने वाले मरीजों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. सुभाष गिरि ने बताया कि कोरोना के केस तो बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सीवियर मामला देखने को नहीं मिला है। ये वायरस अभी तक तो खतरनाक नहीं दिख रहा है। हालांकि, इसका फैलाव तेज है। इसमें बुखार, सीवियर जुकाम, गले में खराश, बदन दर्द जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
बुजुर्गों पर ध्यान देने की जरूरत
डॉ. सुभाष गिरि ने बताया कि इस वक्त किडनी, लिवर, हार्ट, समेत बाकी गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज, बच्चे और बुजुर्ग का ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं, एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वॉर्ड तैयार कर लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि बीते 24 घंटे में एक महिला को भर्ती किया गया है, जो कोविड पॉजिटिव हैं। हालांकि, उनकी स्थिति अभी सीवियर नहीं है।
अस्पताल तैयार, जांच भी तेज
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन वॉर्ड तैयार हो गए हैं। अच्छी बता यह है कि जीटीबी, स्वामी दयानंद समेत लगभग सभी अस्पताल में आइसोलोशन वॉर्ड खाली पड़े हैं। एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में उपलब्ध दवाओं, ऑक्सिजन की सप्लाई और वेंटिलेटर की उपलब्ध सुविधा की जानकारी सरकार को दी गई है। साथ ही जहां दवाओं की कमी है, वहां दवा सहित बाकी उपकरणों की डिमांड भी की गई है।
इसका रखें ध्यान
- घर से बाहर निकलते वक्त मास्क जरूर लगाएं।
- ऑफिस और खासकर बार-बार छूने वाली जगहों को नियमित रूप से साफ करें और सैनिटाइज करें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल, टिशू या कोहनी से ढकें।
- निजी साफ-सफाई बनाए रखें और दूसरों से उचित दूरी रखें।
- बार-बार साबुन से हाथ धोएं या सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- ऑफिस में बैठने की व्यवस्था ऐसी हो कि लोगों के बीच उचित दूरी बनी रहे।
- अगर बुखार या सांस की परेशानी जैसी कोई भी तकलीफ हो तो तुरंत चेकअप कराएं।
- बुजुर्ग, गर्भवती महिला, बच्चा या जिनको पहले से कोई बीमारी है, वे खास सावधानी बरतें।