डरा रहे हैं आंकड़े
बुधवार को आनंद विहार में 313 दर्ज किया गया, जो कि गंभीर स्तर पर है। सोनिया विहार में 279, करती सिंह शूटिंग रेंज में 261, जहांगीरपुरी और अलीपुर में यह 258 रहा। बारिश ना होने की वजह से गर्मी और उमस के साथ-साथ दिल्ली का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ा है। इससे पहले बारिश के बीच दिल्ली की हवा कई दिनों तक साफ रही। हर साल की तरह अक्टूबर से हालात बिगड़ने की आशंका है।
6 सालों में पहली बार सितंबर में बढ़ा प्रदूषण
बुधवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही, AQI 235 दर्ज किया गया। यह सितंबर महीने में पिछले 6 सालों में पहली बार हुआ है जब AQI ‘खराब’ श्रेणी में पहुंचा है। सितंबर 2018 में AQI 219 दर्ज किया गया था। इससे पहले 19 जून को AQI 306 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में था। पिछले छह दिनों से बारिश न होने के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ा है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट में रिसर्च एंड एडवोकेसी की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉय चौधरी ने कहा, ‘बारिश के कम होने के साथ ऐसा होना अपेक्षित है। सर्दियों की शुरुआत के साथ यह ट्रेंड और बिगड़ेगा।’ मतलब दिल्लीवालों को अभी से जहरीली और दमघोंटू हवा से निपटने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
दिल्ली में हालात और खराब होंगे
अगले तीन महीनों या उससे भी ज्यादा समय तक दिल्ली के 2 करोड़ से ज्यादा लोग हर सांस के साथ जहरीली हवा में सांस लेंगे। तापमान में गिरावट, हवाओं की गति धीमी होने और पंजाब और हरियाणा में पराली जलने से निकलने वाला धुआं प्रदूषण के स्तर को दुनिया में सबसे खराब स्तर तक पहुंचा देगा। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्तों में दिल्ली की समस्या और भी गंभीर होने वाली है।