इस घटना के बाद गुरुवार को फोर्डा ने अपने बयान में कहा कि बुधवार रात की हिंसा ने हम सभी को स्तब्ध और व्यथित कर दिया है। यह हमारे प्रोफेशन के एक काले अध्याय को दर्शाता है। एसोसिएशन के रूप में हम अपने रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता साबित करते हैं। इस संकट के दौरान हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और अपनी प्रतिबद्धताओं के सम्मान में विफल रहने के लिए केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकार की कड़ी निंदा करते हैं। फोर्डा ने कहा कि हमने हाल ही घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए हड़ताल को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जो तुरंत प्रभावी होगी। साथ ही, कहा कि हम सभी स्टेकहोल्डर्स और रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशंस के साथ रणनीतिक योजना बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
इंडिया गेट पर कैंडल मार्च
वहीं, दिल्ली के तमाम सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं। फोर्डा और अन्य संगठनों के सहयोग से 16 अगस्त की शाम 6 बजे इंडिया गेट पर कैंडल मार्च का आयोजन कर रहा है। संगठन ने कहा है कि हम देश भर के डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से इसमें शामिल होने का आह्वान करते हैं। यह न्याय, सुरक्षा और सम्मान के लिए हमारा संघर्ष है। कल यह किसी के भी साथ हो सकता है। आइए, हम एकजुट हों, अपनी आवाज उठाएं और एक ऐसे भविष्य की मांग करें जहां ऐसी हिंसा की कोई कल्पना भी न कर सके।
इलाज पर हो सकता है असर
इस स्ट्राइक का असर शुक्रवार को एक बार फिर इलाज पर हो सकता है। एम्स, सफदरजंग, लेडी हार्डिंग, आरएमएल, एलएनजेपी, जीबी पंत, जीटीबी जैसे राजधानी के बड़े सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों की स्ट्राइक जारी रहने से इलाज पर व्यापक असर हो सकता है। खासकर जिनकी सर्जरी होनी है, उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है। क्योंकि एम्स में रोजाना 80 से 90 पर्सेंट तक सर्जरी नहीं हो रही है। 60 से 65 पर्सेंट तक ओपीडी प्रभावित हो रही है, जिसकी वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
विरोध-प्रदर्शन के कारण आज ट्रैफिक रहेगा डिस्टर्ब
विरोध-प्रदर्शनों की वजह से नई दिल्ली और सेंट्रल दिल्ली से गुजरने वाले लोगों को आज आईटीओ, मंडी हाउस, इंडिया गेट, जनपथ समेत कई जगहों पर ट्रैफिक डायवर्जन और जाम का सामना करना पड़ सकता है। कुछ मेट्रो स्टेशनों पर भी भीड़ देखने को मिल सकती है।
इन रास्तों से बचकर निकलें
बांग्लादेश में धार्मिक रूप से अप्ल्सख्ंयक हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में शुक्रवार को नारी शक्ति फोरम के बैनर तले 20 हजार से अधिक महिलाएं मंडी हाउस से जंतर मंतर तक नारी शक्ति मार्च निकालेंगी। यह प्रोटेस्ट मार्च सुबह 11 बजे के बाद मंडी हाउस से शुरू होगा और बाराखंभा रोड, टॉलस्टाय मार्ग से होते हुए जंतर मंतर तक जाएगा। इसमें 20 हजार से अधिक महिलाओं के शामिल होने की संभावना है। इस दौरान आस-पास की कई जगहों से ट्रैफिक को रेगुलेट किया जाएगा। जिसके चलते आईटीओ, डीडीयू मार्ग, इंद्रप्रस्थ मार्ग, बहादुरशाह जफर मार्ग, तिलक मार्ग, मथुरा रोड, कॉपरनिकस मार्ग, फिरोजशाह रोड, बाराखंभा रोड, रणजीत सिंह मार्ग, कस्तूरबा गांधी मार्ग, विंडसर प्लेस, जनपथ, अशोक रोड, कनॉट प्लेस और संसद मार्ग के आस-पास ट्रैफिक प्रभावित होगा। मंडी हाउस, सुप्रीम कोर्ट, बाराखंभा रोड और जनपथ मेट्रो स्टेशन पर भी रश देखने को मिल सकता है।
वहीं, कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की वारदात के विरोध में शाम को हजारों की तादाद में दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टर्स इंडिया गेट पर इकट्ठा होकर एक कैंडल मार्च निकालेंगे। यह प्रोटेस्ट शाम 6 बजे से शुरू होगा। इसके चलते शाम को पीक आवर्स के दौरान इंडिया गेट के आस-पास भी भारी ट्रैफिक कंजेशन मिल सकता है। खासतौर से अशोक रोड, अकबर रोड, तिलक मार्ग, पुराना किला रोड, प्रगति मैदान टनल रोड, शाहजहां रोड, डॉ. जाकिर हुसैन मार्ग और कॉपरनिकस मार्ग से गुजरने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। स्थिति को देखते हुए आस-पास की सड़कों से ट्रैफिक डायवर्जन भी किया जा सकता है।