Sign In

Delhi News Daily

  • Home
  • Fashion
  • Business
  • World News
  • Technology
  • Sports
  • Politics
  • Lifestyle
  • Entertainment
Reading: Delhi News: दिल्ली से इस साल 8000 लोग लापता, नहीं लग रहा सुराग; जानिए किस इलाके से कितने मिसिंग – Delhi News Daily
Share

Delhi News Daily

Font ResizerAa
Search
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Delhi News Daily > Blog > Entertainment > Delhi News: दिल्ली से इस साल 8000 लोग लापता, नहीं लग रहा सुराग; जानिए किस इलाके से कितने मिसिंग – Delhi News Daily
Entertainment

Delhi News: दिल्ली से इस साल 8000 लोग लापता, नहीं लग रहा सुराग; जानिए किस इलाके से कितने मिसिंग – Delhi News Daily

delhinewsdaily
Last updated: July 23, 2025 9:58 pm
delhinewsdaily
Share
SHARE


दिल्ली में इस साल 1 जनवरी से 23 जुलाई के बीच 7880 से ज़्यादा लोग लापता हो गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मामले बाहरी उत्तरी जिले में दर्ज हुए हैं। जिनपेट के आंकड़ों के अनुसार, लापता लोगों में 4753 महिलाएं और 3133 पुरुष शामिल हैं।

Delhi Police
दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से इस वर्ष एक जनवरी से 23 जुलाई के बीच लापता हुए 7880 से अधिक लोगों का अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है, और ऐसे मामलों की सबसे अधिक संख्या बाहरी उत्तरी जिले की है। यह जानकारी जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क (जिपनेट) के आंकड़ों से मिली है।

लापता में महिलाएं अधिक
जिपनेट के मुताबिक जिन व्यक्तियों का सुराग नहीं मिला है उनमें 4,753 महिलाएं और 3,133 पुरुष शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक बाहरी उत्तरी दिल्ली जिले में गुमशुदगी के सबसे अधिक 908 मामले दर्ज किये गए हैं, जो बवाना, स्वरूप नगर और समयपुर बादली जैसे इलाकों के हैं। इसके मुताबिक नयी दिल्ली जिले में लापता लोगों की संख्या सबसे कम 85 है।

उच्च सुरक्षा वाले नयी दिल्ली क्षेत्र में तिलक मार्ग, चाणक्यपुरी और संसद मार्ग जैसे क्षेत्र शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक उत्तर पूर्वी जिले में 730 मामले दर्ज किए गए, जो दूसरे स्थान पर है। इसके बाद दक्षिण पश्चिम जिले में 717, दक्षिण पूर्व जिले में 689 और बाहरी जिले में 675 मामले दर्ज किए गए।

किस इलाके से कितने मिसिंग
जिपनेट के मुताबिक द्वारका में 644, उत्तर पश्चिम जिले में 636, पूर्वी जिले में 577 और रोहिणी जिले में गुमशुदगी के 452 ऐसे मामले दर्ज किए गए। मध्य जिले में 363 लोगों का सुराग नहीं मिल पाया है, जबकि उत्तर, दक्षिण और शाहदरा जिलों में क्रमश: 348, 215 और 201 लोग अब भी लापता हैं।

आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी से 23 जुलाई के बीच 1,486 शव अज्ञात लोगों के मिले जिनमें से अधिकांश पुरुषों के थे। आंकड़ों के अनुसार, उत्तरी जिले में सबसे अधिक 352 शव मिले जिनकी शिनाख्त स्थापित नहीं हो सकी। इनमें कोतवाली, सब्जी मंडी और सिविल लाइंस जैसे इलाके शामिल हैं।

इसी प्रकार मध्य जिले में 113, उत्तर पश्चिम में 93, दक्षिण पूर्व में 83, दक्षिण पश्चिम और उत्तर पूर्व में 73-73, बाहरी में 65, पूर्व और नई दिल्ली में 55-55, पश्चिम और बाहरी उत्तर में 54-54, रोहिणी में 44, शाहदरा में 42, द्वारका में 35, दक्षिण में 26 और रेलवे में 23 शव मिले जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी।

क्या है जिनपेट
जिपनेट एक केंद्रीकृत डेटाबेस है जिसका इस्तेमाल कानून प्रवर्तन एजेंसियां लापता व्यक्तियों और अज्ञात शवों का पता लगाने के लिए करती हैं। यह डेटाबेस कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का डेटा संकलित करता है।

संजीव कुमार

लेखक के बारे मेंसंजीव कुमारसंजीव कुमार,बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं। वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। डिजिटल मीडिया में 5 साल से अधिक का अनुभव है। वो लोकल से लेकर नेशनल और करंट अफेयर्स को कवर करते हैं। नवभारत टाइम्स ज्वॉइन करने से पहले जागरण न्यू मीडिया,वन इंडिया और अमर उजाला जैसे संस्थानों में काम कर चुके हैं।… और पढ़ें